सुकन्या समृद्धि योजना 2021-अपनी बेटी का भविष्य सिक्योर करें मात्र 250₹ में !
मात्र 250₹ में खोलें अपनी बच्ची के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा में यह खाता और रोजाना ₹35 जमा करा कर पाएं ₹500000 का रिटर्न.
इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि बैंक ऑफ बड़ौदा के सुकन्या समृद्धि योजना 2021 के तहत रोजाना ₹35 यानी महीने के ₹1000 जमा करा कर (प्रतिवर्ष ₹12000) जमा करा कर आप कैसे ₹500000 तक का रिटर्न पा सकते हैं
अब जानते है की सुकन्या समर्धि योजना के तहत कितना रेतुर्न मिला है पिछले सालों में
अभी कोरोनावायरस समय में भी 7.5% का रिटर्न मिल रहा है जो कि एक बहुत ही अच्छा रिटर्न है मौजूदा समय को देखते हुए
अपनी बेटी का बेहतर भविष्य बनाने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना 2021 का विकल्प बहुत ही अच्छा है इसमें आपको Guaranteed return के साथ इनकम टैक्स में फायदा मिलेगा।
सुकन्या समृद्धि योजना 2021 खाता खोलने की योग्यताएं एवं लाभ:-
- 10 वर्ष से कम उम्र की कन्याओं के लिए यह खाता खुल सकता है
- खाता खुलवाने का प्रारंभिक शुल्क मात्र ₹250 हैं
- जिस दिन आपने खाता खोला, उसी दिन से 15 साल के लिए जमा करना।
- एक फाइनेंशियल ईयर ( अप्रैल से अगले साल 31 मार्च ) में 1.5 लाख रुपये तक जमा किए जा सकते हैं
- 21 वर्ष बाद खाता परिपक्व हो जाएगा,21 वर्ष पूरा होने के बाद कोई ब्याज देय नहीं है
- 1961 की 80 सी के तहत इनकम टैक्स में लाभ
- जमा पर अर्जित ब्याज कर मुक्त है
- खाताधारक अपनी जमा राशि पर 7.6% ब्याज (01.01.2021 -to-31.03.2021) कमा सकते हैं।
- लाभार्थी एक भारतीय निवासी नागरिक होना चाहिए।
विशेष परिस्थितियों में, समय से पहले निकासी की अनुमति है-अगर बेटी 18 वर्ष की या दसवीं कक्षा उत्तीर्ण कर ले तो आगे की शिक्षा के लिए 50 परसेंट तक का शुल्क निकाला जा सकता है
अधिक जानकारी के लिए आप बैंक ऑफ बड़ौदा की ऑफिशियल वेबसाइट पर जा सकते हैं इसका लिंक नीचे दिया गया है
सुकन्या समृद्धि योजना2021 खाता खुलवाने के लिए क्या-क्या दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी:-
- सुकन्या समृद्धि योजना का एक भरा हुआ फॉर्म
- बालिका का जन्म प्रमाण पत्र
- जमाकर्ता का आईडी प्रूफ
- जमाकर्ता का आवासीय प्रमाण
- पासपोर्ट साइज फोटो
क्या होगा अगर आप खाता सुचारू रूप से ना चला पाए?
इस परिस्थिति में आपका खाता डिफ़ॉल्ट रूप में चला जाएगा और प्रत्येक वर्ष न्यूनतम ₹50 का छोटा सा जुर्माना देकर नियमित करा सकते हैं
क्या खाता हस्तांतरणीय है?
हाँ। भारत के भीतर किसी भी शाखा / डाकघर में इसे स्थानांतरित किया जा सकता है, एक बार लाभार्थी निवास परिवर्तन का प्रमाण प्रदान करता है।
विशेष परिस्थितियों में, समय से पहले बंद होने की अनुमति है:
- खातेदार की मृत्यु के कारण
- 5 साल तक खाते को नियमित रखने के बाद अगर कोई विशेष परिस्थितियों में खाताधारक की किसी भी बीमारी या किसी अन्य कारण से मृत्यु हो जाती है तो खाता बंद करने की अनुमति है।
- 18 वर्ष की कानूनी आयु प्राप्त करने के बाद, यदि बालिका शादी करती है, तो समय से पहले खाता बंद किया जा सकता है। लाभार्थी को संबंधित दस्तावेज दिखाने होंगे कि लड़की की शादी की तारीख 18 वर्ष से कम नहीं होगी।
- यदि खाते की मुद्रा के दौरान खाता धारक एनआरआई बन जाता है, तो खाते को परिपक्वता तक जारी रखा जाएगा। हालाँकि, खाता बंद या बंद माना जाएगा यदि खाता धारक भारत का नागरिक होना बंद कर देता है।