भारत में अधिकतर मार्च का महीना ख़त्म होते ही गर्मी का भयंकर रूप देखने को मिलता है ,और लोग कूलर और AC खरीदने के लिए बाजार का रुख करते है। और मार्च से लेकर जुलाई तक कूलर की भारी मांग रहती है। यही वह समय है जब हम सब इस मौके का फायदा उठाकर पैसा छाप सकते है। तो आज हम लेकर आये है आपके लिए एक और SMALL BUSINESS IDEA जिसमें आप एयर कूलर बनाकर एक अच्छा खासा पैसा कमा सकते है तो जानते है Air Cooler Making Business Ideas in Hindi और शुरू करते है अपना बिज़नेस।
गर्मियों के समय भारत के कई जगहों पर तापमान 40 डिग्री से ऊपर चला जाता है जिससे लोग बीमार पड़ने लगते है। ऐसी स्थिति में एयर कूलर ही आम जनता का एकमात्र सहारा होता है क्यों की वह बहुत किफायती और बहुत हद तक गर्मीं को मात दे सकता है। अभी बाजार में कई तरह के एयर कूलर उपलब्ध है जैसे –
- रूम कूलर (बेडरूम, छोटे कमरे के आकार के कार्यालयों के लिए उपयोग किया जाता है)
- डक्ट कूलर (सेंट्रल कूलिंग के लिए उपयोग किया जाता है)
- जंबो कूलर (बड़े हॉल, बड़े कार्यालयों के लिए उपयोग किया जाता है)।
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एयर कूलर क्या है ?
एक एयर कूलर, जिसे बाष्पीकरणीय कूलर के रूप में भी जाना जाता है, एक ऐसा उपकरण है जो पानी को वाष्पित करके हवा को ठंडा करता है। यह गीले पैड या फिल्टर पर गर्म, शुष्क हवा खींचकर काम करता है। पैड में पानी वाष्पित हो जाता है, हवा से गर्मी को अवशोषित करता है, और ठंडी हवा को पंखे द्वारा कमरे में उड़ा दिया जाता है। एयर कूलर गर्म, शुष्क जलवायु में सबसे प्रभावी होते हैं जहां नमी का स्तर कम होता है, क्योंकि पानी के वाष्पीकरण की प्रक्रिया हवा में नमी जोड़ती है।
एयर कंडीशनिंग सिस्टम की तुलना में, एयर कूलर आमतौर पर कम बिजली की खपत करते हैं और रेफ्रिजरेंट की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि, वे नम स्थितियों में उतने प्रभावी नहीं होते हैं और एक एयर कंडीशनिंग सिस्टम के रूप में जल्दी से एक कमरे को ठंडा करने में सक्षम नहीं हो सकते हैं।
एयर कूलर कैसे काम करता है ?
एयर कूलर का मूल कार्य पानी का बाष्पीकरणीय से हवा को ठंडा के सिद्धांत पर आधारित है। इसमें निम्नलिखित स्टेप्स शामिल हैं:
- एयर कूलर में पानी की टंकी या जलाशय होता है जिसमें पानी होता है।
- एक पानी का पंप टैंक से एक कूलिंग पैड या फिल्टर तक पानी प्रसारित करता है जो सेलूलोज़ या ऐस्पन लकड़ी जैसी झरझरा सामग्री से बना होता है। पैड को पानी को अवशोषित करने और हवा को इसके माध्यम से गुजरने की अनुमति देते हुए इसे बनाए रखने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- कमरे से गर्म और शुष्क हवा कूलिंग पैड के माध्यम से एक पंखे द्वारा खींची जाती है जो कूलर के पीछे स्थित होता है।चूंकि गर्म हवा गीले कूलिंग पैड से गुजरती है, यह नमी को अवशोषित करती है इससे हवा में ठंडक का असर होता है।
- ठंडी और नम हवा को फिर एयर कूलर के सामने पंखे द्वारा कमरे में उड़ा दिया जाता है।
कूलर बिज़नेस के लिए महत्वपूर्ण तथ्य –
अगर आप कोई भी नया बिज़नेस शुरू करना छाते है तो उसके लिए सही ज्ञान होना अति आवश्यक है ,जिससे आप अपने बिज़नेस को सही दिशा में आगे ले जा सकें। उसी प्रकार Air Cooler Making Business Ideas के लिए आवश्यक जानकारी इस प्रकार है-
- सबसे पहले बाजार में एयर कूलर की कितनी मांग है ?
- आपका कितना निवेश है ?
- कौन कौन से लाइसेंस की आवश्यकता होगी?
- दुकान या मैन्युफैक्चरिंग के लिए कितनी जगह की जरूरत होगी ?
- मैनपावर कितनी लगेगी ?
- निश्चित ग्राहक कौन होगा?
- मार्केटिंग कैसे की जाएगी ?
How to Start Air Cooler Business in India?
भारत में आप Air cooler making का Business शुरू करने को आपके पास 3 रास्ते है-
- खुद कूलर मेनुफेक्चारिंग करो और अपनी मार्केटिंग टीम बना कर सप्लाई करो
- दूसरा आप रेडीमेड बने हुए कूलर बाजार में बेचो
- किसी डिस्टीब्यूटर से कूलर के सारे पार्ट खरीदकर उसे असेम्बल करो और बेचो ,साथ ही कूलर में लगने वाले पार्ट्स जैसे कूलर मोटर, कूलर का खस.कूलर का पंखा आदि को भी बेचकर अच्छा पैसा कमाओ
यह निर्णय आपका रहेगा की आपको ऊपर दिए गए बिज़नेस में से कौन सा पसंद है.
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Cooler Manufacturing Business:-
कूलर को बनाना और उसे अपने ब्रांड के नाम से साथ बेचना एक बड़ा बिज़नेस वाला काम है जिसमें लगत भी ज्यादा होगी और मुनाफा भी।इसके लिए आपको एक कम्पनी के सारे नियम फॉलो करने पड़ेंगे जो भारत सर्कार द्वारा मान्य होंगे। जिसमें आपको स्टाफ से लेकर बनाने की जगह और डिस्ट्रीब्यूटर भी बनाने पड़ेंगे। जानते है कुछ बेसिक जानकारी जो इस बिज़नेस में आपको चाहिए –
- मार्केट रिसर्च करें: अपने क्षेत्र में Air Cooler की मांग की पहचान करने के लिए गहन शोध करें। प्रतियोगिता, बाजार के रुझान और टारगेट खेदारों का विश्लेषण करें ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे एयर कूलर में क्या खोज रहे हैं।
- एक व्यवसाय योजना बनाएँ: एक Business Idea विकसित करें जो आपके व्यावसायिक लक्ष्यों, रणनीतियों, बजट और समय-सीमा को रेखांकित करे। बाजार, अपने प्रतिस्पर्धियों और वित्तीय अनुमानों का विस्तृत विश्लेषण शामिल करें।
- आवश्यक लाइसेंस और परमिट प्राप्त करें: अपना Air Cooler Making Business Ideas शुरू करने के लिए आवश्यक लाइसेंस और परमिट प्राप्त करने के लिए अपनी स्थानीय सरकार से संपर्क करें। इसमें व्यवसाय लाइसेंस, बिक्री कर परमिट और कोई अन्य आवश्यक परमिट शामिल हो सकते हैं।
- सुप्प्लिएर्स और मनुफक्चरर्स खोजें: एयर कूलर के विश्वसनीय सप्प्लिएर्स और मनुफक्चरर्स की खोज करें और उनकी पहचान करें। अपने आपूर्तिकर्ताओं को चुनते समय मूल्य, गुणवत्ता और विश्वसनीयता जैसे कारकों पर विचार करें।
- मार्केटिंग रणनीति विकसित करें: ऐसी मार्केटिंग रणनीति विकसित करें जो आपके संभावित ग्राहकों को लक्षित करे। इसमें स्थानीय समाचार पत्रों में विज्ञापन, ऑनलाइन विज्ञापन और सोशल मीडिया मार्केटिंग शामिल हो सकते हैं। आप अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए व्यापार शो और कार्यक्रमों में भी भाग ले सकते हैं।
- साझेदारी स्थापित करें: अन्य व्यवसायों के साथ साझेदारी स्थापित करें जो आपके उत्पादों को बेचने में आपकी सहायता कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, आप घरेलू उपकरण स्टोर या एचवीएसी ठेकेदारों के साथ साझेदारी कर सकते हैं।
- एक वेबसाइट बनाएँ: एक ऐसी वेबसाइट बनाएँ जो आपके उत्पादों, सेवाओं और कंपनी की जानकारी प्रदर्शित करे। सुनिश्चित करें कि आपकी वेबसाइट मोबाइल के अनुकूल हो।
एयर कूलर व्यवसाय शुरू करने के लिए आपको सही रणनीति के साथ, आप एक सफल व्यवसाय स्थापित कर सकते हैं जो आपके ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करता हो।
रेडीमेड बने हुए कूलर बेचो –
यह एक किफायती और सस्ता बिज़नेस हो सकता है क्यों की इसमें आपको अपनी जरूरत के हिसाब से किसी रिटेलर से थोक के भाव में कूलर खरीदने है और अपने हिसाब से जो मार्किट का रेट है बेचने है इसके लिए आपके पास एक दुकान होना अति आवश्यक है।
जिसमें कूलर के साथ साथ उसके पार्ट्स भी रख सकते है। इस कूलर बिज़नेस को शुरू करने में कुल लगत लगभग 1 -2 लाख रुपये आएगी और दुकान का किराया जो आपके क्षेत्र में वो रहेगा।लगभग 30-40% आप हर कूलर पर का शुद्ध मुनाफा कमा सकते हो।
कूलर के सारे पार्ट खरीदकर उसे असेम्बल करो
आप किसी कंपनी या किसी डिस्ट्रीब्यूटर से कूलर के सारे पार्ट्स जैसे -कुलर की प्लाटिक बॉडी , खस, स्प्रे पेंट कम्प्रेसर मशीन, स्क्रू ड्राइवर, पम्प, मोटर, पंखा,आदि सामान बल्क में खरीदें और साडी इलेक्ट्रिक वायरिंग खुद ही कर सकते है और ऐसे ही कूलर बन जायेगा। और यह कूलर आपको सस्ता भी पड़ेगा फिर आप इसे अपने हिसाब से मुनाफे के साथ बेच सकते है। जैसे आपको पूरा कूलर बनाने में लगभग 1000 -1200 रुपए लगेगा और आप उसे 3000 -से लेकर 4000 रुपए में आसानी से बेच पाओगे।
बड़े पैमाने बिज़नेस करने वाली कूलर कम्पनी के नाम
Air Cooler Making Business Ideas निर्माण में कई बड़े पैमाने की कम्पनी इस प्रकार है आप इनके कूलर्स भी अच्छी परसेंटेज मुनाफे के साथ बेच सकते है
- हैवेल्स इंडिया लिमिटेड
- ब्लू स्टार लिमिटेड
- सिंगर इंडिया लिमिटेड
- सिम्फनी
- वोल्टास लिमिटेड
- वी गार्ड
- क्रॉम्पटन
- बजाज एयर कूलर
- ओरिएंट एयर कूलर
- सेलो एयर कूलर
Flow process chart कूलर मैन्युफैक्चरिंग-
Air cooler manufacturing process-
मैन्युफैक्चरिंग के कौन से लाइसेंस/प्रमाणन होना आवश्यक है ?
- व्यक्तिगत राज्य उद्योग विभाग में पंजीकरण। (बिजली, ऋण, भूमि आदि प्राप्त करने के लिए अनिवार्य)
- उद्यम पंजीकरण (उत्पादन शुरू होने के बाद अनिवार्य)
- प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से एनओसी (प्लास्टिक कूलर बॉडी उत्पादन के लिए अनिवार्य)
- स्थानीय प्राधिकरण की अनुमति और भवन योजना अनुमोदन (अनिवार्य)
- बीआईएस प्रमाणन
- ट्रेडमार्क पंजीकरण
- सिपेट से प्लास्टिक के कच्चे माल का प्रमाणन
- कोई अन्य विशेष राज्य सरकार। वैधानिक प्रमाणीकरण। (अनिवार्य)
- एयर रूम कूलर की आपूर्ति के लिए सीपीएसयू के साथ विक्रेता पंजीकरण
- एमएसएमई डेटा बैंक
- बीईई प्रमाणन
कूलर के निर्माण के लिए आवश्यक उपकरण-
Type of Machine /Equipment |
इंजेक्शन मोल्डिंग मशीन 650 टन, 200 टन |
इंजेक्शन मोल्डिंग मशीन 80 टन |
एयर कंप्रेसर और चिलर |
ABS सामग्री के प्रसंस्करण के लिए 4 एयर ड्रायर |
कूलर असेंबली लाइन टेबल |
प्लायर, पेचकस, स्पैनर, सोल्डरिंग, टेस्टर आदि जैसे उपकरण |
ड्रिल मशीन |
सामग्री प्रबंधन उपकरण |
वायर कटर/स्ट्रिपर |
Air Cooler Making Business Ideas निर्माण में आवश्यक कुछ परीक्षण उपकरण हैं:
- वायु प्रवाह और तापमान मापने के उपकरण
- एनीमोमीटर (हवा की गति और हवा के दबाव के परीक्षण के लिए)
- इन्सुलेशन परीक्षक
- उच्च वोल्टेज परीक्षक
- मल्टी मीटर
- टैकोमीटर
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एयर कंडीशनिंग के चार प्रमुख घटक हैं:
एयर कंडीशनिंग के 4 प्रमुख घटक क्या हैं?
- कंप्रेसर – कंप्रेसर की मुख्य भूमिका होती है गर्म और नम वायु को आकर्षित करना और इसे एक उच्च दबाव वाली गैस में परिवर्तित करना। इस वायु को ठंडा करने के लिए कंप्रेसर द्वारा उत्पन्न ऊष्मा को विभिन्न विधियों से विसर्जित किया जाता है।
- कंडेंसर – कंडेंसर का काम होता है उत्पन्न गर्मी को शीतल तत्व में रूपांतरित करना। यह उत्पन्न ऊष्मा को वायु से अलग करता है और वायु को ठंडा करने के लिए अधिकतम संभव शीतल तत्व तैयार करता है।
- एक्सपांशन वाल्व – एक्सपांशन वाल्व की मुख्य भूमिका होती है ठंडे शीतल तत्व को बढ़ते हुए दबाव को कम करने के लिए अनुमति देना। इस विधि के उपयोग से ठंडे शीतल तत्व जल्दी से फैल जाते हैं और वायु ठंडी होती है।
- एवेपोरेटर – एवेपोरेटर का काम होता है शीतल तत्व को वायु में बदलना और ठंडी वायु को फैलाना।
FAQ-
कूलर के लिए सबसे अच्छा इंसुलेटर थर्मोकोल है। थर्मोकोल एक उच्च-प्रतिरोधी ताप निष्क्रिय इंसुलेटर है जो ऊर्जा को समान रूप से बांटता है और अधिक उष्मावलीय तंत्रों से कूलर में से ऊर्जा का असर कम करता है।
भारत में कई एयर कूलर बनाने वाली कंपनियां हैं। यहाँ कुछ शीर्ष कंपनियाँ निम्नलिखित है –
सिम्फनी लिमिटेड
केनस्टार
बजाज इलेक्ट्रिकल्स
क्रॉम्पटन ग्रीव्स कंज्यूमर इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड
वोल्टास लिमिटेड
उषा इंटरनेशनल लिमिटेड
महाराजा व्हाइटलाइन
ओरिएंट इलेक्ट्रिक
हैवेल्स इंडिया लिमिटेड
ब्लू स्टार लिमिटेड
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