Websites को पहचानने की बहुत सारे तरीके हैं हम यहां पर कुछ Basic और कुछ Advance Steps बताएंगे जिनकी सहायता से आसानी से पहचान पाओगे कि कोई भी Websites Fake है या Real है।
आधुनिक युग आपने देखा ही होगा कि इंटरनेट के विकास से दुनिया भर में एक क्रांति आ गई है आप ऑनलाइन शॉपिंग से लेकर बैंक के सारे काम घर बैठे आसानी से अपने मोबाइल और लैपटॉप से बड़ी आसानी से कर सकते हैं और सोशल मीडिया के माध्यम से आप दुनिया में किसी भी व्यक्ति से आसानी से अपनी बात पहुंचा सकते हैं।
लेकिन दूसरी तरफ इंटरनेट क्रांति ने सुविधाओं के साथ-साथ बहुत सारे जोखिमों को भी जन्म दिया है,साइबर क्राइम इस हद तक बढ़ गया है कि आपको कदम कदम पर अपने सिक्योरिटी और प्राइवेसी को लेकर हमेशा चिंता रहती है और बहुत से अपराधिक तत्वों ने लोगों को बेवकूफ बनाकर उनके साथ धोखा करने का व्यवसाय ही प्रारंभ कर दिया है।
हम अपने इस आर्टिकल में आपको Fake Websites को पहचानने के तरीके-flipkart fake website से बचने के तरीके बताएंगे वह भी बिल्कुल आसान, आप पहली ही नजर में Websites Fake को पहचान पाओगे।
हम आपके लिए लाए हैं website legal or not की जाँच करने के लिए Tips , Trics और Tools .
Basics Steps to identify fake Website:
1. Low price or Discount fake Websites :
आपने शायद देखा ही होगा flipkart fake website पर Price बहुत ही low होता है इन ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट पर इतना प्राइस low होता है कि आप सोच में पड़ जाएंगे ।
मतलब 70 से 80 परसेंट तक की छूट और कहीं-कहीं तो 95-98 % तक की छूट के आपको प्रोडक्ट पर मिल जाते हैं, हमको इतना low price देखकर लालच में नहीं आना चाहिए और अपनी पेमेंट डिटेल या पेमेंट नहीं करनी चाहिए तो आप ऐसे फ्रॉड से बच पाओगे।
लोग low price के चक्कर में ना पड़े क्योंकि कोई भी ब्रांड कितना डिस्काउंट नहीं देता है और बहुत सी वेबसाइट बोलती है कि आप उनका लिंक शेयर करो इसके लिए आपको डिस्काउंट मिलेगा ऐसी वेबसाइट तो आप आसानी से पहचान पाओगे कि यह सारी fake websites है जैसा कि नीचे Image में दिखाई दे रहा है।
2.Check URL carefully:
क्या आप अपनी ब्राउज़र के एड्रेस बार पर कभी ध्यान देते हैं यह एक बहुत बड़ी गलती है एड्रेस बार में बहुत महत्वपूर्ण जानकारी होती है जिससे कि आप अपने आप को सुरक्षित कर सकते हैं इसलिए जब भी आप किसी नए पेज पर जाएं वहां कभी कबार एड्रेस बार को जरुर चेक करें।
- Websites Tab में जो भी आइकन होती है क्या वह आइकन आपकी वेबसाइट के एड्रेस से या उसके कार्यशैली से संबंधित है कि नहीं यह जरूर चेक करें।
- Domain Name URL का बहुत ही विश्वसनीय Part होता है जिससे कि आप जान सकते हैं कि आप क्या देख रहे हैं फेक वेबसाइट ऐसी बनाई जाती है कि वह वास्तविक वेबसाइट से बिल्कुल या लगभग एक जैसी दिखती है हैकर्स और साइबर अपराधी होते हैं ,
वह कुछ हद तक वेबसाइटों को उन जैसा बनाने की कोशिश करते हैं लेकिन वास्तविक वेबसाइट के डोमेन नेम का रजिस्ट्रेशन दोबारा नहीं हो सकता है इसलिए साइबर अपराधी उसका नकल करके उस जैसा डोमेन नेम लेकर आपको भ्रमित कर सकते हैं।
- File path/Director और उनकी कैटेगरी-अधिकतर वेबसाइट अपने आपको एक Sequence पर पृथक करती है।
जैसे आप फ्लिपकार्ट वेबसाइट का उदाहरण ले सकते हो पहले Home Page उसके बाद कैटेगरी उसके बाद सब कैटेगरी उसके बाद सब की सब केटेगरी तब Products Types.आप कभी फ्लिपकार्ट ऑनलाइन शॉपिंग की वेबसाइट को चेक करोगे तो उसका कोई भी प्रोडक्ट से पहले उसकी कई तरह की कैटिगरीज आपको मिल जाएंगे जैसे की पिक्चर में दिखाया गया है।
- Reliable contact information देखें-आपने बहुत सी वेबसाइट देखी होंगी जिसमें फिजिकल कांटेक्ट एड्रेस होता है उन पर थोड़ा बिलीव कर सकते हैं लेकिन आप उससे पहले कॉल करके चेक जरूर करें और एड्रेस को भी चेक करें यदि कॉन्टैक्ट ऐड्रेस कंपनी की लोकेशन से मैच नहीं कर रहा है तो Googlemap पर भी ट्राई कर सकते हैं और कंपनी की एग्जैक्ट लोकेशन देख सकते हैं कि वह आखिरकार कहां पर स्थित है।
3. Connection Security Indicators की जाँच करें
Fake Websites के URL को आप ध्यान से देखो क्या वह https:// से स्टार्ट हो रही है या http:// से स्टार्ट हो रही है अगर वह https:// से स्टार्ट हो रही है तो वह थोड़ी सी सिक्योर है लेकिन आज के समय में यह SSL सर्टिफिकेट लेना बहुत ही आसान है तो यह Tips केवल 10 % कि आपकी मदद कर पाएगी।
4. Poor Grammar and Spelling Mistakes:
अगर आप ध्यान से देखोगे तो आपको Fake Websites में Poor Grammar and Spelling Mistakes मिल ही जाएंगे।
Advance tricks and tips to check website legal or not:
1. Domain की Age चेक करें:
अधिकतर स्कैमर जानते हैं कि लोग त्योहारों और छुट्टियों के टाइम पर ज्यादा शॉपिंग साइट पर सर्च करते हैं तो इसलिए वे वेबसाइट का नाम एक विश्वसनीय वेबसाइट जैसा रखते हैं हम Domain Age चेक करके देख सकते हैं कि उनका बिजनेस कितने दिनों से चल रहा है।
इसके लिए हमें The Whois Lookup domain tracker वेबसाइट पर जाना होगा इस पर Domain Registration से लेकर किसने रजिस्ट्रेशन किया है तो कितने समय से वेबसाइट सक्रिय है सारी इनफार्मेशन आपको मिल जाएगी।
2. प्रमाण पत्र विवरण देखें(View Certificate Details):
यदि किसी वेबसाइट का ग्रीन एड्रेस बार में नहीं है तो सुरक्षा कनेक्शन संकेत की उपस्थिति से अधिक जो आप बता सकते हैं वह है कि आप सुरक्षित कनेक्शन में हैं इसका मतलब है कि आप का थर्ड पार्टी जानकारी छुप नहीं सकता है और चोरी नहीं हो सकती है,
इसका मतलब यह नहीं है कि आप सुरक्षित हैं, हालांकि ऐसा इसलिए है क्योंकि आपको पता नहीं है कि कनेक्शन के दूसरे छोर पर कौन है।
अधिकांश ब्राउज़र (जैसे सफारी और फ़ायरफ़ॉक्स) आपको एड्रेस बार में पैडलॉक आइकन पर क्लिक करके प्रमाणपत्र देखने की अनुमति देते हैं।
अगर आप सर्टिफिकेशन देखना चाहते हैं तो अलग-अलग ब्राउज़र के लिए अलग-अलग Methods हैं।
जैसे -Firefox Browser के लिए:
आपको padlock icon (ताला )पर क्लिक करना होगा ,उसके बाद आपको More information पर क्लिक करना होगा और View Certificate पर क्लिक करके आप सर्टिफिकेट की जानकारी ले पाओगे
-Safari Browser के लिए:
आपको वही padlock icon (ताला ) क्लिक करना होगा और View Certificate पर क्लिक करना होगा।
-Chrome Browser के लिए:
आपको मैंन्यू की साइड में 3 डॉट साइड पर क्लिक करना होगा फिर नीचे की तरफ “More Tools” को सेलेक्ट करना होगा उसके बाद “Developer Tools.” पर क्लिक करना होगा उसके बाद Security tab पर क्लिक करना होगा उसके बाद View Certificate देखना होगा या इसमें padlock icon पर क्लिक करोगे तो भी आप उसका सर्टिफिकेट पाओगे।
3. Check return policy ,privacy policy and terms and conditions:
रिटर्न पॉलिसी को चेक करें यदि कोई कंपनी आपको कोई प्रोडक्टऑनलाइन सेल कर रही है तो आपको रिटर्न पॉलिसी उस वेबसाइट पर चेक करनी चाहिए अगर वह कंपनी Real है तो उसकी रिटर्न पॉलिसी होनी चाहिए और वेबसाइट पर स्पष्ट privacy policy ,terms and conditions होनी चाहिए।
4. ऑनलाइन रिव्यू चेक करें:
आपको वेबसाइट पर ऑनलाइन रिव्यू चेक करने चाहिए ,अधिकतर रिव्यू आपको देखने चाहिए क्योंकि 1-2 रिव्यू तो fake भी हो सकता है इसके साथ-साथ आपको उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को भी चेक करना चाहिए।
जैसे- इंस्टाग्राम पेज ,फेसबुक पेज या यूट्यूब channel पर है कि नहीं
Fake reviews पकड़ने के तरीके:
- क्या अधिकतर Reviews सारे एक जैसे हैं?
यदि आपको कई वेबसाइटों में रिव्यू में समानता दिखाई देती है तो यह एक रेड फ्लैग होना चाहिए।
- एक जैसे रिव्यू कमेंट होना:
यदि वेबसाइट में एक जैसी समानता के रिव्यु या नकल है तो यह सभी एक ही व्यक्ति द्वारा लिखी गई है।
- क्या रिव्यू देने वाले लोग नए हैं?
देखो की रिव्यू देने वाले अकाउंट पुराने होने चाहिए और उनके मेंबर स्थाई होने चाहिए।
- क्या Reviews गैर-तथ्यात्मक या अत्यधिक तथ्यात्मक है?
रिव्यू तथ्यों के आधार पर होने चाहिए और प्रोडक्ट से संबंधित होने चाहिए।
5. Check Google Indexing:
website URL गूगल सर्च में सर्च करें ,आप किसी भी Fake Website को डायरेक्ट गूगल सर्च में भी चेक कर सकते हैं अगर वह रियल होगी तो गूगल में Indexing जरूर हुई होगी या दूसरी वेबसाइट उसे Point-out जरूर कर रही होंगी अगर ऐसा नहीं है तो वेबसाइट बिल्कुल फेक है उसे गूगल भी crawl नहीं कर रहा है।
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some important tips to know real Government job and exam sites:
भारत में गवर्नमेंट जॉब की वेबसाइट चेक करने के लिए आपको ध्यान देना होगा कि उनके डोमेन में .gov.in पीछे जरूर आना चाहिए, gov.in एक साथ होना चाहिए उनके बीच में कोई स्पेस या कोई भी स्पेशल करैक्टर नहीं होना चाहिए और गवर्नमेंट एग्जाम वाली साइटों में .gov.in या .nic.in पीछे जरूर आना चाहिए।
हमने अपनी तरफ से आपको एक Fake वेबसाइट से बचने के लिए अच्छी से अच्छी इंफॉर्मेशन प्रदान करने की कोशिश की है अगर और कोई भी स्टेप या टिप्स हमसे छूट गई हो तो आप कमेंट बॉक्स में जरूर हमको बताएं जिससे कि कोई भी इन fake वेबसाइट से धोखा ना खाए।