सही हेल्थ पालिसी कैसे ले सकते है ? (How To Get Health Insurance Policy Hindi)
आज के समय में इतनी तरह की बीमारियां फ़ैल रही है की उनके उपचार के लिए हमको समय समय पर बहुत सारा धन हॉस्पीटलों को देना पड़ जाता है ,और हम सब हॉस्पीटलों के बिल चुकाने के लिए लोन या किसी से उधार तक ले लेते है। लेकिन यहाँ पर हम हेल्थ इन्शुरन्स की मदद से अपनी जमा पूँजी को बचा सकते है और हेल्थ इन्शुरन्स लेकर अपना और अपने परिवार को स्वास्थ्य और पैसा दोनों से बचा सकते है।
क्या होता है हेल्थ इन्शुरन्स ? – What is Health Insurance in Hindi ?
Health Insurance Policy या स्वास्थ्य इन्शुरन्स यह एक तरह का कॉन्ट्रैक्ट या अनुबंध है जिसमें बीमा कंपनी अपने बीमाधारक को स्वास्थ्य सम्बन्धी जो भी खर्चा होता है उसे हॉस्पिटल को देता है,यह भुगतान आपके उपचार ,हॉस्पिटल में भर्ती होने ,अंगों का प्रत्यारोपड और सर्जरी तक का भी भुगतान होता है ,यह आपके हेल्थ इन्शुरन्स पर निर्भरर करता है की उसमें कौन कौन सी सुविधाएँ कवर की है। बीमा लेने के लिए आपको एक नियमित रूप से प्रीमियम का भुगतान करना होता है और बीमा आप अपने परिवार और अपना पर्सनल भी ले सकते है।
क्यों जरुरत पड़ती है हेल्थ पालिसी की ?
जैसा की हम सबको पता है की आधुनिक युग में कैसी कैसी महामारी फ़ैल रही है जिससे ऊपर से महगाई की मार अगर कोई एमेर्जेंसी परिवार में हो जाती है तो हमारी साडी बचत हॉस्पिटलों के खर्चों में जा सकती है इसलिए स्वास्थ्य बीमा से हम अपने परिवार को चिकित्षा और आर्थिक रूप से भी बचा सकते है।
कुछ प्रमुख बिंदु जिंसके लिए हम सबको हेल्थ पालिसी लेनी चाइये निम्नलिखित है।
- हॉस्पीटल के खर्च को बीमा कम कर देता है
- बिना खर्च के कैशलेस तुरंत हॉस्पीटल में भर्ती
- 80 डी के तहत इनकम टैक्स में भी छूट मिल जाती है
- वार्षिक चेकअप की सुविधा मिलती है.
- अपने साथ आपने माता पिता और सारे परिवार को वीमा कवरेज प्रदान कर सकते हो।
- हेल्थ बीमा के माध्यम से हम अपने पसंद का अस्पताल जो सूचि में हो चुन सकते है।
स्वास्थ्य बीमा कितने प्रकार का होता है ? (Types of Health Insurance )
वैसे तो Health Insurance Policy कई तरह के होते है लेकिन हम यहां प्रमुख दो तरह के स्वास्थ्य बीमाओं के बारे में जानते है।
निजी स्वास्थ्य बीमा
निजी मतलब प्राइवेट कपनियां हमको दो तरह का हेल्थ बीमा प्रदान करती है ,पहला जिसमें आपको हॉस्पिटल में भर्ती होने वाले खर्च पर बीमा कवर देती है और दूसरा,जनरल ट्रीटमेंट पॉलिसी (कभी-कभी एंसीलरी या एक्स्ट्रास के रूप में भी जाना जाता है) इस बीमा में आपके कुछ छोटे मोटे उपचार कवर हो जाते है। जैसे दांतों से संबंधित रोग आदि ,और कुछ इन दोनों की सेवाओं को समिल्लित करके भी हेल्थ पालिसी देते है जो आपको हॉस्पिटल और उपचार दोनों को एक साथ कवर करती है। ये आप पर निर्भर करता है की आपको किस तरह का बीमा चाहिए।
जैसे -इफको टोकियो जनरल इंश्योरेंस,केयर हेल्थ इन्सुरेंस ,मैग्मा एचडीआई बीमा,ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी,बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस,नवी स्वास्थ्य बीमा इत्यादि
सरकारी स्वास्थ्य बीमा
सरकारी हेल्थ बीमा केंद्र या राज्य सरकार द्वारा दिए जाते है इसमें इन्शुरन्स का कुछ हिस्सा सरकार भरती है और कुछ हेल्थ पालिसी लेने वाला,कभी कभी इन्शुरन्स पर सब्सिडी भी मिल जाती है और भी बहुत साडी स्वास्थ्य से सम्बंधित कई सरकारी योजनाओ का लाभ आप ले सकते है।
जैसे -राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (आरएसबीवाई),सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (सीजीएचएस),सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (सीजीएचएस),सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (सीजीएचएस),और सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (सीजीएचएस) इत्यादि
हेल्थ इन्शुरन्स के लाभ (Benefits of Health Insurance)
बीमारियों की गंभीरता और महगी चिकित्सा पद्दति को ध्यान मैं रखते हुए हम सभी को हेल्थ इन्शुरन्स जरूर करा लेना चाहिए। आप को बस एक नियमित समय के अंतर पर एक प्रीमियम भरण होगा जिससे आप हेल्थ इन्शुरन्स के सरे लाभ उठा सकते है ,जानते है क्या क्या लाभ मिलते है –
बिना भुगतान किए उपचार की सुविधा
हेल्थ पालिसी के प्रमुख लाभों में से एक इस लाभ में आप पालिसी के अनुसार दिए गए हॉस्पिटल्स में बिना पैसे को इलाज शुरू किआ जाता है मतलब कैशलेस् व्यवस्था मिलेगी बस आपको अपना पालिसी नंबर दिखा कर मरीज को भर्ती करना होगा और कोई भी पैसा नहीं देना होगा।
भर्ती होने से पहले और बाद का कवरेज
यह आपके हेल्थ पालिसी प्लान पर निर्भर करती है उसमें आपके मरीज के हॉस्पिटल में भर्ती होने से लेकर 60 दिन बाद तक का कवर है की नहीं इसलिए हेल्थ प्लान लेते समय इस बात का जरूर ध्यान रखें।
एम्बुलेंस खर्च
अधिकतर इंश्योरेंस पॉलिसी में ट्रांसपोटशन का कवर दिया जाता है जिसमें मरीज को उसके घर से हॉस्पिटल तक का एम्बुलेंस खर्च दिया जाता है।
नो क्लेम बोनस (एनसीबी)
जिस व्यक्ति का बीमा है, अगर उसने पिछले वर्ष कोई क्लेम फाइल नहीं किया है तो उसे कुछ बोनस प्वाइंट मिलते हैं।
फ्री मेडिकल चेकअप
हेल्थ इंश्योरेंस आपको रेगलर या एनुअल हेल्थ चेकउप का विकल्प देता है ,हेल्थ चेकअप से आप शरीर में होने वाली गंम्भीर बीमारी से सुरक्षित रह सकते है, इसलिए पालिसी लेते समय ये विकल्प का जर्रोर ध्यान रखें।
टैक्स में लाभ
धारा 80डी के तहत टैक्स में छूट मिलती है। इसकी जानकारी इंश्योरेंस कंपनी से भी ले सकते हैं।
सीनियर सिटीजन हेल्थ इंश्योरेंस प्लान
इसके अंतर्गत 60 साल या उससे अधिक के सदस्य जो उम्रदराज है यह पॉलिसी उनके लिए काम आती है।
सर्जरी और गंभीर बीमारियों के लिए इंश्योरेंस प्लान
इस प्लान के अंतर्गत आप कैंसर,हृदय रोग ,किडनी से सम्बंधित गंम्भीर बीमारियों के लिए उपचार बहुत अच्छी होती है इसमें प्रीमियम भी अधिक आता है।
निजी दुर्घटना बीमा
दुर्घटना होने पर भी यह पालिसी आपको कवर राशि देती है जिससे उपचार किया जा सकता है।
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कैसे चुने सबसे अच्छा हेल्थ इन्सुरेंस ?How to select best Health Insurance ?
हेल्थ इन्सुरेंस लेना एक अच्छी समझदारी का काम है जिससे आप अपने परिवार और खुद पर होने वाले हॉस्पिटल के खर्चे को काम या बिलकुल ख़त्म कर सकते है ,तो जानते है एक अच्छे बीमा मैं क्या क्या खूबियां होनी चाहिए
पर्सनल कवर या फैमिली फ्लोटर
अधिकतर लोग पर्सनल या फैमिली फ्लोटर लेने में असमंजस में रहते है तो आपको अपनी फॅमिली के सदस्यों की उम्र के हिसाब से इन दोनों में से या दोनों चुनने चाहिए
जैसे– अगर आपने परिवार में अधिकतर लोग 50 वर्ष से कम उम्र के है तो आप फैमिली फ्लोटर ले सकते है जिसमें आपके पूरे परिवार को कवर मिल जायेगा और अगर आके परिवार में कुछ सदस्य 50 के पर है और कुछ अकम उम्र के हो तो अधिक उम्र वालों को पर्सनल और बाकी के लिए फैमिली फ्लोटर ले सकते है।
प्रीमियम राशि
यह वह राशि है जिसको आप हर साल या एक समय अंतराल में पालिसी देने वाली कंपनी को भरते है तो हेल्थ पालिसी चलते समय प्रीमियम कम से कम और जयादा सुविधाएँ का हेल्थ इन्सुरेंस देखें आज कल सब ऑनलाइन मिल जाता है।
आप पालिसी बाजार साइट पर ये सब देख सकते है Link-
क्लेम सेटलमेंट रेश्यो
यह वह रेश्यो है जिससे आपको पता चलता है की कौन सी हेल्थ पालिसी कंपनी अपने कस्टमर को उसका क्लेम वादे के अनुसार देती है ,मतलब जितना जायदा क्लेम सेटलमेंट रेश्यो उतनी अच्छी हेल्थ पालिसी
पालिसी का कवरेज अधिक हो
सामान्य पालिसी में गंभीर बीमारियों को कवर नहीं किया जाता है जैसे दिल का दौरा ,कैंसर ,किडनी का फ़ैल होना ये सब क्रिटिकल कवरेज में कवर होती है इसलिए हेल्थ पालिसी लेते समय पालिसी का अधिकतम कवरेज चेक करना आवश्यक है।
न्यूनतम एक्सक्लूशन
मतलब बहुत सी पालिसी में आपको मेडिकल ट्रीटमेंट्स,प्रोसिजर्स और कंडीशंस होती है जिनको आप क्लेम नहीं कर पाते है इसलिए आपको पता होना चाहिए की आपकी पालिसी में क्या कवर है और क्या बाहर रखा गया है ,आपको अधिकतम कवरेज के साथ मिनिमम एक्सक्लूशन चुनना चाहिए।
हॉस्पिटल रूम की एलिजिबिलिटी कैपिंग की तुलना करें-
कई Health Insurance Policy में हॉस्पिटल के कमरे के किराये की एक सीमा होती है, जिसका अर्थ है कि आपने अगर अधिक रेंट का रूम लिया है और आपकी पालिसी के अनुसार उसका किराया अधिक है तो आपको उसका खर्चा भरना होगा पालिसी वाले क्लेम नहीं देंगें ,इसलिए पालिसी बाजार पर ये हॉस्पिटल रूम एलिजिबिलिटी कैपिंग की तुलना अवश्य करें।
प्रीमियम आसान मोड का चयन
आजकल ई एम् आई के माध्यम से भी पालिसी भरी जा सकती है ,मतलब साफ है आप ऐसा आसान मोड ऑफ़ पेमेंट चुने जिससे आपके जेब पर कोई दबाब न पड़े।
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हॉस्पिटल नेटवर्क की तुलना
हेल्थ इन्सुरेंस लेते समय आपको हॉस्पिटल नेटवर्क ऐसा देखन चैहिये जिसमें आपको जल्द से जल्द अपने मरीज को पहुंच सके , मतलब साफ है हॉस्पिटल आपकी नजदीकी क्षेत्र में होने चाहिए।
सारांश -हेल्थ पालिसी को लेते समय आपको सावधानी बरतनी चाहिए जिससे बाद में आपको पछतावा न हो,नियम और शर्तों को कृपया ध्यान से पड़ें और आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से Best Health Insurance Policy ले सकते है ,पालिसी बाजार से आप पालिसी की तुलना कर सकते है और चुन सकते है।