अंतराष्ट्रीय योग दिवस 2023 ( International Yoga Day 2023 )–
आज कल की भागदौड़ वाली ज़िंदगी में हम सभी अपने आप पर अधिक ध्यान नहीं दे पाते है। जिससे की हमारा शरीर अनेक बीमारियों से घिरता चला जाता है। ऐसी स्थिति में दिमाग और शरीर को स्वस्थ रखने का एक मात्र रास्ता है “योग “।
योग हमारे शरीर को स्वस्थ रखने और बीमारियों को हमसे दूर रखने का एक बेहतरीन तरीका है। वर्तमान समय में योग प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यकता के रूप में उभर रहा है। योग के इस महत्व को जानते हुए प्रतिवर्ष अंतराष्ट्रीय योग दिवस (International Day of Yoga) का आयोजन किया जाता है।
योग का इतिहास ( History of Yoga )
“योग ” भारतीय सभ्यता का एक विशेष अंग है। वर्तमान समय में हम सभी योग से परिचिति है। योग भारतीय संस्कृति में आज से नहीं बल्कि 10000 साल से भी पहले से विध्यमान है। प्राचीन काल से ही योग स्वस्थ शरीर की कुंजी है।
योग शब्द की मूल उत्पति संस्कृत के युज शब्द से हुई है । युज का मूल अर्थ है आत्मा का सार्वभौमिक चेतना से मिलन।
योग का वर्णन हमारे इतिहास और वेदों में भी मिलता है। योग की प्राचीन सभ्यता को मध्य युग में महर्षि पतंजलि और उनके अनुयायियों ने एक नई दिशा दी। वर्तमान में योग के महत्व को समझते हुए हम सभी प्रतिवर्ष अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाते है।
अंतराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत कैसे हुई ?
अंतराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत करने में भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का बहुत बड़ा हाथ है। नरेंद्र मोदी जी ने योग के विश्वस्तरीय महत्व को समझते हुए , सर्वप्रथम 27 सितम्बर 2014 को संयुक्त राष्ट्र की महासभा में अंतराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत करने की पेशकश की थी।
महासभा ने इस प्रस्ताव को 11 दिसम्बर 2014 को पास कर दिया था । उसके बाद 21 जून वर्ष 2015 को पहला अंतरष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया था।
इस तरह से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल के द्वारा विश्व भर में अंतरष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत हुई।
पिछले आठ अंतरराष्ट्रीय योग दिवसों पर एक नजर-
Themes of International Yoga Day
प्रथम वर्ष June 21, 2015 –
योग दिवस थीम | सद्भाव और शांति के लिए योग (Yoga for Harmony & Peace) |
भारत में आयोजित स्थान | नई दिल्ली में राजपथ पर आयोजित किया गया |
रिकॉर्ड्स | 2 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स पहला 35,985 लोगों के लिए एक ही स्थान पर एक योग में भाग लेने के लिए और दूसरा योग में भाग लेने वाले अधिकांश राष्ट्रीयताओं (84) के लिए। |
द्वतीय वर्ष June 21, 2016-
योग दिवस थीम | युवाओं को जोड़ें (Connect the Youth) |
भारत में आयोजित स्थान | चंडीगढ़ में आयोजित किया गया |
कितने लोग जुड़े | माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 30,000 लोगों और 150 दिव्यांगजनों ने भाग लिया |
तृतीय वर्ष June 21, 2017
योग दिवस थीम | स्वास्थ्य के लिए योग (Yoga for Health) |
भारत में आयोजित स्थान | लखनऊ |
कितने लोग जुड़े | 51,000 प्रतिभागी |
चौथा वर्ष June 21, 2018
योग दिवस थीम | शांति के लिए योग (Yoga for Peace) |
भारत में आयोजित स्थान | देहरादून |
कितने लोग जुड़े | 50,000 प्रतिभागी |
पांचवा वर्ष 2019-
योग दिवस थीम | जलवायु क्रिया (Climate Action) |
भारत में आयोजित स्थान | रांची |
छठवा वर्ष 2020-
योग दिवस थीम | (स्वास्थ्य के लिए योग – घर पर योग) Yoga for Health – Yoga at Home |
भारत में आयोजित स्थान | वैश्विक COVID-19 महामारी के कारण वर्चुअली आयोजित किया गया था |
सातवां वर्ष 2021-
योग दिवस थीम | कल्याण के लिए योग (Yoga For Wellness) |
भारत में आयोजित स्थान | चांगलांग (Changlang district Arunachal pradesh) |
अठवा वर्ष 2022-
योग दिवस थीम | मानवता के लिए योग (Yoga for Humanity) |
भारत में आयोजित स्थान | मैसूर पैलेस ग्राउंड, कर्नाटक |
अंतराष्ट्रीय योग दिवस 2023 थीम ( International Yoga Day 2023 Theme )
प्रतिवर्ष 21 जून के दिन विश्व भर में योग दिवस मनाया है। अंतराष्ट्रीय योग दिवस प्रतिवर्ष अलग अलग थीम को ध्यान में रखकर मनाया जाता है। जिससे की लोगो को योग के प्रति जागरूक किया जा सके और लोग योग का महत्व समझ सके।
योग के महत्व को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2023 में अंतराष्ट्रीय योग दिवस का थीम ” वन वर्ल्ड , वन हेल्थ “ रखा गया है। इसी थीम को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2023 का अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जायेगा।
कब मनाया जाता है अंतराष्ट्रीय योग दिवस ?
प्रतिवर्ष 21 जून के दिन भारत व् विश्व के अधिकतर देश मिल जुल कर अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाते है।
21 जून को क्यों मनाया जाता है योग दिवस ( Why We Celebrate 21 June as a International Yoga Day )
एक बेहद ख़ास कारण है जिसकी वजह से प्रतिवर्ष 21 जून के दिन ही अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। 21 जून को उत्तरी गोलार्ध का सबसे लम्बा दिन होता है। इस दिन को ग्रीष्म संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है। भारतीय परंपराओं के अनुसार इस दिन के बाद सूर्य दक्षिणायन हो जाते है और यह समय शरीर वे आत्मा की शुद्धि के लिए उपयुक्त है।
Other Related Topic-
अंतराष्ट्रीय योग दिवस का महत्व (Importance of International Yoga Day )
योग हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। सेहत के साथ साथ योग आत्मविश्वास और साहस को बढ़ाने में भी मदद करता है। योग के हमारे दैनिक जीवन में अनेक फायदे और उपयोग है। इसी कारण से विश्व के अधिकतर देश अंतराष्ट्रीय योग दिवस में हिस्सा लेते है।
अंतराष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस मनाने के अनेक महत्व है जैसे की –
- विश्व को योग के प्रति जागरूक करना
आज विश्व में प्रत्येक व्यक्ति किसी न किसी बीमारी और परेशानी से पीड़ित है। जिसके निवारण के लिए वह डॉक्टर और न जाने कितनी दवाइयों पर निर्भर है। अंतराष्ट्रीय योग दिवस के माध्यम से लोगो को योग के प्रति जागरूक किया जाता है और बताया जाता है की उनकी प्रत्येक बीमारी व् समस्या का हल योग में विध्यमान है।
- विश्व को एक जुट करना
अंतराष्ट्रीय योग दिवस विश्व को एक साथ एक पटल पर एक जुट करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अंतराष्ट्रीय योग दिवस के माध्यम से विश्व के सभी देशों को एक साथ खड़े होने का मौका मिलता है।
- जीवन शैली में सुधार
अंतराष्ट्रीय योग दिवस के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगो को योग के प्रति जागरूक किया जाता है। जितने ज्यादा लोग योग के प्रति जागरूक हो रहे है उतना ही वह अपने शरीर और स्वास्थ के प्रति भी जागरूक हो रहे है। जिससे की लोगो की जीवन शैली में महत्वपूर्ण बदलाव आ रहे है।
कैसे मनाया जाता हैअंतराष्ट्रीय योग दिवस
अंतराष्ट्रीय योग दिवस प्रति वर्ष 21 जून को मनाया जाता है। विश्व स्तर पर मनाया जाने वाले इस योग दिवस में अनेक देश हिस्सा लेते है। योग दिवस के आयोजन के दौरान अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जैसे की –
- अंतराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर देश विदेश में अनेक जगह योग शिविरों का आयोजन किया जाता है।
- इस दिन देश भर में अनेक योग केंद्र बनाये जाते है जहां योग गतिविधियों का आयोजन किया जाता है।
- देश के सभी विद्यालयों में योग कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। जिससे की छात्र योग के महत्व को जान सके।
- देश विदेश में योग के प्रति लोगो को जागरूक करने के लिए रैलियों , सभाओ , जागरूकता कार्यक्रमों आदि का आयोजन किया जाता है।
- इस दिन लोगो को योग का महत्व बताते हुए उनसे प्रतिदिन 20 से 30 मिनट योग क्रियाये करने के लिए कहा जाता है।
निष्कर्ष-
योग हम सभी के जीवन में अच्छे बदलाव लाने का एक सकारात्मक तरीका है। योग के माध्यम से हम अपने आप को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से दूर रख सकते है साथ साथ एक स्वास्थ व् दीर्घायु जीवन व्यतीत कर सकते है।
हमारी बदलती जीवन शैली के कारण हम अपने लिए वक़्त नहीं निकाल पाते है न ही अपने स्वास्थ पर ध्यान दे पाते है। ऐसी स्थिति में यदि हम 25 से 30 मिनट भी प्रतिदिन योग करते है तो एक अच्छा स्वास्थ प्राप्त कर सकेंगे।
Latest Topics
- DSSSB Teacher Recruitment 2024
- DSSSB Non Teaching Recruitment 2024
- IGNOU भर्ती 2023 -IGNOU Recruitment 2023
- Happy Constitution Day 2023-तारीख , इतिहास, महत्व
- DSSSB Non Teaching Recruitment 2023 in Hindi
FAQs-
प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से , 21 जून को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया था।
आधुनिक योग के अनुसार पतंजलि को योग का जनक कहा जाता है लेकिन कुछ अन्य क्षेत्र भारत में , तिरुमलाई कृष्णमाचार्य को आधुनिक योग का जनक भी माना जाता है।
योग की उत्पत्ति लगभग 5,000 साल पहले उत्तरी भारत में खोजी गयी है।