About water pollution in hindi
Main Topic On Water Pollution:-
- जल प्रदूषण का अर्थ क्या है,
- भारत में जल प्रदूषण क्या है,
- भारत में जल प्रदूषण के क्या कारण है,
- जल प्रदूषित होने पर स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव क्या है,
- भारत में जल प्रदूषण को रोकने के लिए उपाय,
- भारत में जल दिवस कब मनाया जाता है।
नमस्ते दोस्तों भारत में जल प्रदूषण एक गंबीर समस्या बनता जा रहा है हमारा आज का यह article इस समस्या पर ही आधारित है,आज के इस article में इस बारे में ही चर्चा करेंगे चलिए बिना आपका समय खराब किये शुरू करते हैं।
जल प्रदूषण का अर्थ क्या है? What is water pollution in hindi
जल यानि कि पानी, मानव गतिविधयों के द्वारा या फिर किसी और कारण के द्वारा पानी में कुझ ऐसे पदार्थो का मिल जाना जो पानी को गंदा या दूषित करे वह जल प्रदूषण कहलाता है, जल प्रदूषण होने के कारण वह पानी पीने के योग्य नहीं रहता, धरती पर हर एक जीवन जो पानी पर आधारित होता वह उनके लिए यह दूषित पानी बहुत ही हानिकारक साबित होता है। और अगर हम दूसरे शब्दों में कहे तो पानी का रासायनिक स्वरूप में बदलना ही जल प्रदूषण कहलाता है।
भारत में जल प्रदूषण क्या है?:-
जैसे कि हम सब को यह बात मालूम ही है कि जल मानव जाति के लिए कितना आवश्यक है, सिर्फ मानव जाति के लिए ही नहीं बल्कि जल हर प्रकार के जीव जंतु के लिए महत्वपूर्ण है,
धरती पर 70 प्रतिशत मात्रा पानी की है पर फिर भी लोगो को पानी पीने के लिए ही नहीं मिलता और जिनको पानी मिलता भी है तो वह दूषित पानी होता है, इंसान तरकी की राह पर चल तो पड़ा है पर वह रास्ते को ही गन्दा करता जा रहा है, जिससे उसे तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा पर उसके बाद की जो पीढ़ी उस राह पर चलेगी उसको फर्क जरूर पड़ेगा,
भारत में जो अमीर व्यक्ति है वो तो पैसे के बलबूते पर अपने घर में कई तरह के उपकरणों से अपने पानी को शुद्ध करने का प्रयास तो कर लेते हैं पर उनका क्या जो गरीब परिवार से है, और भारत में अमीरों से ज्यादा गरीबो की गिनती ज्यादा है, यह तो रही इंसानों की बात पर उन अन्य जानवरो और जीव जंतुओं का क्या जिन्हें इस बारे में कुछ समझ ही नहीं है,
धरती पर इंसानों और जानवरों के लिए जल का प्रदूषण हानिकारक साबित होता है और जल का प्रदूषण उनके लिए तो ज्यादा घातक साबित होता है जो पानी के अंदर रहने वाले जीव होते हैं जिनका पानी के बिना एक पल का भी गुजारा नहीं होता।
कहा जाता है कि जल ही जीवन है और यह बात सत्प्रतिशत सही है, अगर हमारा जल ही प्रदूषित रहेगा तो वह दिन दूर नहीं जब हमारा जीवन भी नहीं रहेगा। क्यों कि जल ही हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है जल के बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। इस लिए हमे जल को प्रदूषित होने से रोकना होगा और यह हमें साथ मिलकर ही करना होगा।
भारत में जल प्रदूषण के क्या कारण है?causes of water pollution in hindi
भारत में जल प्रदूषण का एक मुख्य कारण भारत की बढ़ रही आबादी है, आबादी बढ़ती है वैसे वैसे ही जरूरते बढ़ती है, हर एक इंसान को एक दूसरे से ऊपर जाना है, वह इस लिए अलग अलग प्रकार के धंधे करता है जिन धंधों में एक धंधा होता है उद्योग का धंधा, उद्योग के धंधे के कारण कारखानों में जो जहरीले रासायनको बचते हैं उन्हें कचरे के रुप में अक्सर नदियों या तालाबो में फेंक दिया जाता है,
गंगा नदी जो सबसे पवित्र मानी जाती है, उसमे 1400 मिलियन लीटर सीवेज और 200 मिलियन लीटर औद्योगिक कचरा रोजाना छोड़ा जाता है, इसे वजह से जल प्रदूषण भारत में ज्यादा पाया जाता है, इसी वजह से गंगा इतनी गन्दी दिखाई देती है जब भारत में करोना आया था तब सब के काम धंधे रुक से गये थे करोना की ही वजह से उद्योग धंधा भी रुक सा ही गया था,
जिस वजह से औद्योगिक कचरा गंगा में नही फेका गया बस इसी वजह से गंगा इतनी साफ हो गए की अगर हम एक रूपये का सिक्का भी गंगा में डालते तो वह नीचे तक जाने के बाद भी हमे दिखाई देता था, इस लिए इस बात से साबित होता है कि इंसानों के द्वारा की गई गतिविधयों के कारण ही जल प्रदूषित होता है
इसके इलावा भी जल प्रदूषण के कई कारण है जो निम्नलिखत अनुसार है :-
- इंसानों के द्वारा घरेलु कचरे को नदियों और तालाबो में फेंक देना।
- खेतो में रासायनिक उवर्रकों का प्रयोग होना और बारिश के जरिये उन रासायनिक उवर्रकों का नदियों में मिल जाना
- समुद्री जहाजो का किसी कारण वर्ष दुर्घटना का हो जाना और समुद्री जहाजो के ईंधन का समुद्र में फैल जाना भी जल प्रदूषण का कारण बनता है
- इस दुनिया में जो आता है उसको एक न एक दिन जाना तो होता ही है, और हिन्दू परंपरा के अनुसार मृत व्यक्ति के शव को नदियों और समुद्र में बहाना होता है जिस वजह से जल प्रदूषण होता है।
- नदियों, समुद्रों और तालाबो की समय सर सफाई ना होना।
- नदियों और तालाबो में कपडे धोना और पशुओं को नहलाना।
जल प्रदूषित होने पर स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव क्या है? Effects of water pollution in hindi
जल प्रदूषण के कारण हमारे स्वास्थ्य पर बहुत बुरे प्रभाव पड़ते हैं, सिर्फ और सिर्फ हमारे स्वास्थ्य पर ही नहीं बल्कि वो हर एक प्राणी जिसका जीवन जल से जुड़ा हुआ है उस के स्वास्थ पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है,
आधुनिक युग में जल प्रदूषण एक बहुत ही घातक समस्या बन चूका है, दूषित जल हर एक के लिए नुकसानदायक साबित हुआ है, दुषित जल पीने से सबसे ज्यादा बीमारी पेट की ही होती है और पेट के कारण ही होर अन्य बीमारिया पैदा होती है,
और जब दूषित जल से खेतों में सिंचाई होती है तो वह उसके बुरे प्रभाव भी कृषि भूमि पर भी पड़ते हैं, दूषित जल उनके लिए भी बहुत हानिकारक सिद्ध होता है जिनका गुजारा पानी के बिना एक पल भी नहीं होता जैसे पानी में रहने वाले जीव दूषित जल का प्रभाव सबसे ज्यादा उन पर ही पड़ता है।
प्रदूषित जल जब एक जगह पर जमा हो जाता है तो उसमें कई सारे मछर आ जाते हैं जिनके वजह से हमे मलेरिया और डेंगू जैसे खतरनाक बिमारिया हो सक्तिया है। इस लिए हमे प्रदूषित पानी को एक जगह पर जमा नहीं होने देना चाहिए।
प्रदूषित पानी से होने वाले अन्य रोग :-Diseases caused by water pollution
- 1). पोलियो
- 2). पीलिया
- 3). डायरिया
- 4). हैजा
- 5). मियादी भुखार
भारत में जल प्रदूषण को रोकने के लिए उपाय।-How to control water pollution in hindi
भारत में जल प्रदूषण को रोकने के लिए कुछ उपाय निम्नलिखत अनुसार है :-
- 1). हमें अपने आस पास किसी भी खली जगह जैसे खड़ो, खली बर्तन अदि जैसी चीज़ों में पानी जो जमा नहीं होने देना चाहिए।
- 2). सरकार को समय समय पर नदियों, तालाबो, समुद्रों की सफाई करवानी चाहिए।
- 3). हमे भी किसी भी प्रकार के कूड़े को नदियों, तालाबो, समुद्रों में कभी भी नहीं फेकना चाहये और न ही किसी को फेकने देना चाहिए।
- 4). सरकार को भी जल प्रदूषण को रोकने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाने चाहिए।
- 5). जानवरो को तालाबो में नहीं नहलाना चाहिए। क्यों कि तलाब का पानी स्थिर होता और जब हम जानवरो को तालाबो में नहलाते है तो वह पानी गन्दा हो जाता है।
- 6). सरकार और हमे दोनों को मिल कर जल प्रदूषण को कम करने वाले तरीको को ढूंढ कर उन पर काम करना चाहिए।
- 7). लोगो का तालाब, नदियों और समुद्री तट पर कपडे धोने पर रोक लगानी चाहिए।
- 8). हमे अपने घरेलु कचरे को समुद्र में नहीं फेकना चाहिए बल्कि उसका किसी भी तरह से दुबारा इस्तेमाल करने की कोशिश करनी चाहिए।
- 9). कारखानों में से निकलने वाले कचरे को कभी भी समुद्र में नही डालना चाहिए।
- 10). किसानों को हमेशा जैविक खेती ही करनी चाहिए।
- तो दोस्तों यह थे कुछ उपाय जिनका उपयोग करके हम जल प्रदूषण पर रोक लगा सकते हैं।
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प्रश्न :- भारत में जल दिवस कब मनाया जाता है?
उतर:- भारत में जल दिवस 22 मार्च को मनाया जाता है।
तो दोस्तों यह थी जल प्रदूषण की सारी जानकारी जल प्रदूषण हमारे भारत की सबी समस्यों में से एक महत्वपूर्ण समस्या है और यह समस्या आगे बढ़ कर एक घातक रुप ले ले इस से पहले ही हमे इस समस्या को हल करना होगा
क्यों की यह शायद हमारे लिए तो नहीं पर हमारी अगली पीढ़ी के लिए बहुत खतरनाक साबित होगी हमारे पास अब भी समय बाकी है कि हम समस्या के निपटारे के लिए कुछ कर सकते हैं हम ज्यादा बड़े बड़े काम तो नहीं कर सकते पर छोटे छोटे कामो से सरकार की मदद जरूर कर सकते हैं,
बस हमारी एक छोटी मदद और समझदारी हमारी आगे आने वाली पीढ़ी के लिए बहुत बड़ी मदद साबित होगी, बस मै अंत में यही कहना चाहता हूँ कि आपसे जो भी बन पड़े आप जरूर करे और आपको हमारा यह article कैसा लगा हमे नीचे दिए comment box में comment करके जरूर बताएं और आपको यह article पसंद आया तो अपने दोस्तों के साथ शेयर भी जरूर करे। धन्यवाद!