Life Insurance In Hindi
वर्तमान समय में बहुत सारे ऐसे आदमी हैं जो की Life insurance (जीवन बीमा) में पैसे निवेश करना चाहते हैं। लेकिन, कई व्यक्ति जानकारी के अभाव में पैसे निवेश नहीं कर पा रहे हैं। अगर आप भी Life insurance के बारे में जानना चाहते हैं तो आप इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ें। क्योंकि, आज आपको इस लेख में Life insurance in Hindi क्या है ? Life insurance कितने प्रकार का होता हैं ? Life insurance लेने के फायदे ? इत्यादि से संबंधित पूरी जानकारी प्राप्त हो जाएगी।
What is Life Insurance in Hindi (जीवन बीमा क्या है ?)
Life insurance ( जीवन बीमा ) की बात करें तो यह एक अनुबंध है जो बीमा कंपनी और बीमित के बीच होता है। इसके मुताबिक, यदि बीमित व्यक्तियो के साथ किसी प्रकार का एक्सीडेंट हो जाता है जिसमे उसकी जान चली जाती है, तो इंश्योरेंस कंपनी उसके नामांकित ( फैमिली के मेंबर ) लोगों को एक तय की गई रकम का पेमेंट करता है।
जिस व्यक्ति का इंश्योरेंस हो चुका हो उनको सुनिश्चित टाइम के लिए एक छोटी रकम का प्रीमियम के तौर पर नियम के अनुसार पेमेंट करना होता है। यह लाइफ इंश्योरेंस फैमली या प्रियजनों के लिए एक फाइनेंशियल सुरक्षा कवच के जैसे कार्य करता है।
फैमिली की फैनांसियल सेफ्टी के अलावा, लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी इनकम अधिनियम, 1961 की एक्ट 80 C और 10 ( 10 D ) एक्ट के अंतर्गत कर सेविंग करने में भी मदद करता है। एक लाइफ इंश्योरेंस स्कीम कर मुनाफा व फाइनेंशियल सेफ्टी के अलावा भी विभिन्न अगल अलग मुनाफा प्रदान करता है, जिसकी अधिक डिटेल्स हम आपको आगे बताने वाले हैं। तो, आइए सबसे पहले इंडिया में कुछ बेहतर लाइफ इंश्योरेंस स्कीम के बारे में जानते हैं।
Life Insurance लेने के फायदे ?
दोस्तों, कोई भी इंसान ये नही बता सकता की आने वाले समय में क्या होने वाला है और क्या नहीं। लाइफ में किसी भी वक्त किसी की मौत हो जाने से उसके फैमली के लिए मुसीबत खड़ी हो जाती है। इसलिए जीवन बीमा पॉलिसी खरीदने पर यह तय हो जाता है कि आपकी फैमिली आपके नही रहने पर भी बहुत सरलता से जीवन बीता सकते हैं।
वे किसी भी इमरजेंसी स्थिति के समय में अपने जीवन पैमाने को बेहतर बनाए रख सकते हैं। जानकारी के अनुसार, ऐसे बहुत सारे मुनाफे है जो बीमित व्यक्ति को लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी प्रदान करता है। तो, आइए जानते है सबसे जरूरी लाभों के बारे में।
वित्तीय मदद :-
आपके जानकारी के लिए बता दे कि किसी भी इंसान को अपने खर्च को कवर करने के लिए, लोन चुकाने के लिए, इनकम को बनाए रखने के लिए और बच्चों की शिक्षा के लिए बीमा की जरूरत होती है। मृत्यु की बात करें तो यह संसार का नियम है जो धरती पर आया है उसे कभी न कभी जाना ही होता है लेकिन जब घर चलाने वाले व्यक्ति की किसी दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है तो क्या होता है। उसकी गैर मौजूदगी में उसके फैमली को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे स्तिथि में लाइफ इंश्योरेंस सहायक के रूप में कार्य करता है और उनकी आवश्यकताओं को पूर्ण करने में योगदान करता है।
दुर्घटना कवर :-
किसी भी व्यक्ति को कभी भी किसी भी वक्त किसी दुर्घटना का सामना करना हो सकता है जिसमें उसके साथ कुछ बुरा भी हो सकता है। एक्सीडेंट के पश्चात अपने आप को बेहतर करने के लिए पैसे बहुत लगते हैं और जानकारी के अनुसार, जनरल बीमा पॉलिसी उन्हे उनकी मन के अनुसार मदद प्रदान नही कर पाता है। परंतु अच्छी बात यह है कि लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी इस स्तिथि में आपके लिए मददगार साबित हो सकता है इसका उद्देश्य उन आवश्यकताओं को पूर्ण करना है जिसे आप कम करने के बारे में विचार करते हैं।
सुनिश्चित इनकम :-
रिटायरमेंट के मामले में, कई स्कीम कुछ ऐसे होते हैं जो पैसे की सेविंग करने में फायदेमंद साबित हो सकता है। जानकारी के अनुसार, आप तय समय के भीतर रकम की सेविंग करते जाते हैं जो बाद में आपको एक इनकम के रूप में वापस प्राप्त होते हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो ये रिटायरमेंट के टाइम एक निश्चित इनकम का कार्य करता है।
लोन का साधन :-
लाइफ इंश्योरेंस का लाभ प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के पास अपने बीमा पॉलिसी के द्वारा ऋण अथवा लोन का लाभ प्राप्त करने का ऑप्शन भी प्राप्त होता है। जो उन्हें खरीदी गई पॉलिसी पर तय लाभों को कार्य किए बगैर उनके जीवन की जरूरतों को पूर्ण करने में सहायता कर सकता है।
कर मुनाफा :-
जीवन बीमा आकर्षक कर मुनाफा प्रदान करता है और आपको पैसे की एक बड़ी रकम बनाने में सहायता प्रदान करता है। तकरीबन सभी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी आपको इनकम अधिनियम, 1961 की एक्ट 80 C प्रीमियम के पेमेंट पर कर कटौती का मुनाफा प्रदान करता है और 10 ( 10 D ) के अंतर्गत कर-फ्री बीमा रकम भी प्रदान करता है।
लाइफ इंश्योरेंस कितने प्रकार का होता है ?
जीवन बीमा प्रदाताओं ने व्यक्तियों की आवश्यकता और पसंद को मद्दे नजर रखते हुए कई अलग अलग तरह के लाइफ इंश्योरेंस स्कीम का निर्माण किया है। आप चाहे तो सभी तरह की बीमा पॉलिसी की डिटेल्स नीचे प्राप्त कर सकते हैं। लाइफ इंश्योरेंस प्रदाताओं ने व्यक्तियों की आवश्यकता और पसंद को ध्यान में रखते हुए कई तरह के लाइफ इंश्योरेंस स्कीम का निर्माण किया है। आप सभी तरह की बीमा पॉलिसी की डिटेल्स नीचे प्राप्त कर सकते हैं।
1 . टर्म बीमा पॉलिसी :-
टर्म बीमा पॉलिसी की बात करें तो यह बीमा पॉलिसी सेफ्टी वर्ग में आता है क्योंकि यह सिर्फ फैनेंसियल सेफ्टी प्रदान करता है। सही मान्य में यह मृत्यु के रिक्स को कवर करता है। इस योजना में, बीमित व्यक्ति की मौत के बाद पॉलिसी डॉक्यूमेंट में जानकारी दिए गए लाभार्थी या बीमित व्यक्ति को बीमा रकम प्रदान किया जाता है।
टर्म इन्शुरन्स की अधिक जानकारी के लिए यह आर्टिकल जरूर पढ़े।
What is Lic Term Plan and Maturity Benefits
How To Select Best Term Insurance in India
अगर बीमित व्यक्ति पॉलिसी सीमा तक जीवित रहता है, तो उस व्यक्ति को या उसके फैमली को कुछ भी रकम नहीं प्राप्त होगा या सिर्फ प्रीमियम वापस प्राप्त होता है। जो मूल रूप से देखा जाए तो बीमित व्यक्ति से बीमित व्यक्ति तक भिन्न होता है। अगर आप सिर्फ लाइफ रिक्स कवर खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो टर्म बीमा पॉलिसी आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।
2 . होल लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी स्कीम :-
यदि हम होल लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी स्कीम की बात करें तो यह पूरे लाइफ के लिए सेफ्टी प्रदान करता है। देखा जाए तो इस प्रकार की स्कीम्स में, मूल रूप से बीमित व्यक्ति को निर्धारित टाइम तक प्रीमियम के पैसे का पेमेंट करने का ऑप्शन प्रदान किया जाता है। जिसे मैच्योरिटी सीमा के रूप में भी लोग जानते हैं। अगर बिमाधारक मैच्योरिटी तक पहुंच पाता है, तो उसके पास प्रीमियम का पेमेंट किए बगैर व बीमा रकम या बोनस प्राप्त करने के पश्चात भी मृत्यु तक लाइफ कवर रखने का ऑप्शन होता है।
3 . एंडोमेंट पॉलिसी ( बंदोबस्ती इंश्योरेंस स्कीम ) :-
एंडोमेंट पॉलिसी आपको इन्वेस्टमेंट और मृत्यु दोनों प्रकार के फायदे के साथ बीमा राशि का भुगतान करता है। जानकारी के मुताबिक, यह योजना एक उच्च प्रीमियम का शुल्क प्राप्त करती है। जिसे परिसंपत्ति मार्केट-लोन और इक्विटी में इन्वेस्टमेंट किया जा रहा है। देखा जाए तो एंडोमेंट एक ऐसा पॉलिसी है जिसमे बीमित व्यक्ति मैच्योरिटी के टाइम इकट्ठा रकम का पेमेंट करने का वादा करता है।
जानकारी के मुताबिक, मैच्योरिटी एक तय उम्र 10, 15 या 20 साल की अवधि तक होती है। कुछ स्कीम्स क्रिटिकल इलनेस के मामले में भी पैसे का पेमेंट करता है। एंडोमेंट योजना में पैसे जल्दी और आसानी से भी प्राप्त की जा सकती है जिसमे बीमा धारक को अच्छा खासा पैसा प्राप्त होता है।
4 . चाइल्ड बीमा पॉलिसी :-
ये स्कीम्स बच्चे के फ्यूचर की आवश्यकताओं को फाइनेंशियल कवरेज प्रदान करता है। आपको इसके साथ ही आपको अपने फ्यूचर की बेहतर प्लान बनाने और स्थिर करने का मौका प्रदान करती है।
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